Wednesday, October 3, 2012

द ग्रेट बोम्बे सर्कस

कई सालो बाद पिछले दिन हमने सर्कस देखा . सर्कस का नाम -द ग्रेट बोम्बे सर्कस .नेताजी सुभास प्लेस ,पीतमपुरा, मेट्रो स्टेसन के पास सर्कस लगा था .  माधव को अडवेंचर की वास्तविक दुनिया दिखाने के लिए मैंने सर्कस का प्लान बनाया . माधव के लिए तो बहुत अच्छा अनुभव रहा, जनाब ने बहुत एन्जॉय किया . 

बेटे ने तो सर्कस को बहुत एन्जॉय किया पर मेरे लिए बहुत बोरिंग और थकाऊ काम था . प्लास्टिक की कुर्सी पर ढाई घंटे बैठने से पिछवाड़ा दर्द करने लगा . कमर भी टेढी हो गई . रही बात सर्कस की तो वो भी मेरे किए कुछ खास नहीं थी . करीब बीस साल पहले के सर्कस काफी बढ़िया होते थे .   







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