Tuesday, February 14, 2012

आज फिर छाया है खिलती बहारों का गुलाबी मौसम

आज फिर छाया है खिलती बहारों का गुलाबी मौसम। आज फिर आरजू ले रही हैं अंगड़ाई। याद आ रही है पहली नजर के पहले-पहले प्यार की। सतरंगी दमकती शाम की। मोरपंखी यादों से महकती अलसाई दोपहर की। गेंदा,गुलाब,चमेली जैसे रंग-बिरंगे फूलों के सुगंध से भरे लुभावने,सुहावने इस वसंत के मौसम से अच्छा और कौन सा मौसम हो सकता है हमारे इस प्यार के पर्व वैलेंटाइन को मनाने का!है ना ! बिल्कुल उपयुक्त समय है ये।
इसलिए पहले आपलोगों को मैं बधाई तो दे दूँ.......
"आपलोगों को इस प्यार के पर्व की शुभकामनाएँ!!

मेरे गार्डन की कुछ तस्वीरे












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प्यार के पर्व की शुभकामनाएँ!

मृत्युंजय कुमार राय
माधव राय

1 comments:

Patali-The-Village said...

आप के गार्डन में तो बहुत सुन्दर फूल खिले हैं!

 
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